एक रात की कीमत: मेरी पत्नी और एक अजनबी का सौदा

मेरी पत्नी सारिका एक अद्भुत सौंदर्य की स्वामिनी है, जिसका हर अंग मन को मोह लेने वाला है। उसका गोरा रंग सूरज की किरणों सा चमकता है, जबकि उसकी कर्वी बॉडी किसी मूर्तिकार के सपनों को साकार करती प्रतीत होती है। उसके जापानी शैली के सुडौल स्तन और V आकार की पीठ देखकर किसी का भी मन विचलित हो उठता है। पतली कमर और भरा हुआ पिछवाड़ा उसके व्यक्तित्व में एक अलग ही आकर्षण भर देता है। शादी के डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी हमारा प्यार पहले दिन जैसा ही ताजा है, और हम एक दूसरे के साथ खुलकर अपनी सभी इच्छाओं को साझा करते हैं।

हम दोनों का रिश्ता बेहद खुला और ईमानदार है, जहाँ कोई बात छुपाने की आवश्यकता नहीं पड़ती। साथ में अश्लील फिल्में देखना, सेक्स से जुड़ी कहानियाँ पढ़ना और आपस में मजाक करना हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा है। मेरा आकार मात्र साढ़े चार इंच का है, लेकिन सारिका ने कभी इस बात की शिकायत नहीं की। वह हमेशा कहती है कि प्यार और आपसी तालमेल ही असली संतुष्टि लाते हैं, न कि शारीरिक मापदंड। हमारा जीवन पूरी तरह से खुशियों से भरा हुआ है, और हम एक दूसरे के साथ हर पल का आनंद उठाते हैं।

कुछ महीने पहले की बात है, जब हम छुट्टियों का आनंद लेने गोवा पहुँचे। शाम के समय वहाँ पहुँचकर हमने सबसे पहले समुद्र तट का रुख किया। रेत पर टहलते हुए, लहरों की आवाज सुनते हुए, हमें एहसास हुआ कि यह जगह हमारे लिए एक सपना सच होने जैसी है। रात होते-होते हमने पास के एक होटल में कमरा लिया, और अगली सुबह फिर से बीच पर निकल पड़े। सारिका ने एक आकर्षक हॉट पैंट और टॉप पहना था, जो गोवा के माहौल के हिसाब से बिल्कुल सामान्य था।

सुबह की सैर के बाद हम होटल लौटे और नाश्ता किया। वहाँ हमें पता चला कि पास में ही एक और समुद्र तट है, जो भीड़ से दूर और शांत है। करीब आठ बजे हम वहाँ के लिए रवाना हुए। वह पहुँचकर हमें एहसास हुआ कि यह जगह वाकई खास है—कम लोग, शांत वातावरण और प्रकृति की सुंदरता से भरपूर। कुछ जोड़े हाथों में हाथ डाले टहल रहे थे, जबकि कुछ युवतियाँ धूप सेंक रही थीं। वहाँ का माहौल इतना रोमांटिक था कि हम वहीं कुछ दिन बिताना चाहते थे।

हमने समुद्र में डुबकी लगाई, पानी के खेल खेले और खूब मस्ती की। लेकिन दुर्भाग्य से हम अतिरिक्त कपड़े नहीं लेकर आए थे, जिसके कारण हमारे कपड़े पूरी तरह भीग गए। भीगे कपड़ों में ही हमने एक बड़े पेड़ की छाँव में चादर बिछाकर आराम करने का फैसला किया। तभी मैंने देखा कि एक उम्रदराज आदमी लगातार सारिका को देख रहा था। वह चालीस-बयालीस साल का, ताकतवर शरीर वाला और अमीर लग रहा था।

चादर पर बैठकर हम आपस में बातें करने लगे। मैंने सारिका से कहा, “वह आदमी तुम्हें बहुत देर से घूर रहा है, हालाँकि तुमने दूसरी लड़कियों के मुकाबले ज्यादा कपड़े पहने हैं।” सारिका ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “मुझे पता है, जब से हम नहा रहे हैं, वह मुझे देख रहा है। शायद उसे मैं ज्यादा पसंद आ गई हूँ।” मैंने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, “अगर तुम बिकिनी में होतीं, तो शायद सबकी नजरें तुम पर ही टिकी रहतीं।” सारिका ने हँसते हुए मुझे हल्का सा थप्पड़ मारा और कहा, “छोड़ो, मैं इतनी खास नहीं हूँ।”

मैंने फिर कहा, “सच कह रहा हूँ, तुम्हारा रंग, तुम्हारी कमर, और तुम्हारे सुडौल स्तन किसी का भी ध्यान खींच सकते हैं।” यह सुनकर सारिका थोड़ी शर्मा गई, लेकिन उसकी आँखों में खुशी झलक रही थी। फिर हमने बातचीत का विषय बदल दिया और उस शानदार जगह के बारे में सोचने लगे। हम दोनों की इच्छा थी कि काश वहाँ रुकने की कोई व्यवस्था होती, तो हम कुछ दिन और वहीं रुक जाते।

तभी एक बुजुर्ग महिला हमारे पास आकर बैठ गई। वह सारिका जैसे ही कपड़े पहने हुई थी और उसने हल्की सी मुस्कुराहट के साथ सारिका का अभिवादन किया। दोनों के बीच हल्की-फुल्की बातचीत शुरू हो गई। इस बीच, मैं थोड़ा टहलने निकल गया और समुद्र तट पर घूमते हुए दूर निकल आया। तभी मेरे एक दोस्त का फोन आया, और बातचीत करते हुए मैं और दूर चला गया।

वहाँ से कुछ दूरी पर मुझे कुछ आलीशान कॉटेज दिखाई दिए, जो शायद पर्यटकों के ठहरने के लिए बनाए गए थे। फोन कॉल खत्म करने के बाद मैं उन कॉटेज के बारे में पूछताछ करने लगा। मुझे लगा कि शायद हमारी इच्छा पूरी हो सकती है, लेकिन जब मैंने किराए के बारे में पूछा, तो पता चला कि सभी कॉटेज पहले से ही बुक थे। निराश होकर मैं वापस लौटने लगा, तभी रास्ते में वही आदमी मिला जो सारिका को देख रहा था।

उसने मुझसे लाइटर माँगा, और मैंने उसे दे दिया। उसने एक सिगार जलाया और फिर बातचीत शुरू की। वह हिंदी और अंग्रेजी के मिश्रण में बोल रहा था, और उसकी बोली में एक अलग ही अंदाज था। मैंने उससे पूछा, “क्या आप अकेले यहाँ आए हैं?” उसने जवाब दिया, “हाँ, मैं पाँच साल से तलाकशुदा हूँ, इसलिए अकेला ही घूमने आया हूँ।” फिर उसने पूछा, “आप दोनों कपल हैं?” मैंने बताया, “हम पति-पत्नी हैं।” उसने हँसते हुए कहा, “आप दोनों बहुत कूल लग रहे हैं, मैंने सोचा था कि आप बॉयफ्रेंड-गर्लफ्रेंड हैं।”

मैंने जवाब दिया, “हम दोस्तों की तरह ही रहते हैं, और यहाँ मस्ती करने आए हैं। लेकिन दुर्भाग्य से यहाँ कोई कॉटेज उपलब्ध नहीं है।” इसके बाद मैं वापस सारिका के पास आ गया और उसे सारी बातें बताई। सारिका भी उत्साहित हो गई और बोली, “यार, यह जगह इतनी शानदार है कि मन नहीं कर रहा वापस जाने का। अगर यहाँ कॉटेज मिल जाए, तो हम कुछ दिन और रुक सकते हैं।” मैंने निराशा भरे स्वर में कहा, “मैंने पूरी कोशिश की, लेकिन सभी कॉटेज बुक हैं, और वैसे भी वे बहुत महंगे हैं।”

दोपहर होते-होते लोग पेड़ों की छाँव में आराम करने लगे। कुछ लोग खेल रहे थे, तो कुछ बस धूप का आनंद ले रहे थे। सारिका थककर सो गई, और मैं थोड़ी दूर जाकर सिगरेट पीने लगा। तभी मैंने देखा कि वह आदमी भी वहीं एक पेड़ के नीचे बैठा हुआ है। मैंने उसे लाइटर की ओर इशारा किया, और उसने थैंक्स कहते हुए लाइटर ले लिया। फिर हमने कुछ देर बातचीत की।

अचानक उसने कहा, “मेरे पास तुम्हारे लिए एक ऑफर है।” मैंने उत्सुकता से पूछा, “कैसा ऑफर?” उसने कहा, “पहले तुम बुरा तो नहीं मानोगे?” मैंने जवाब दिया, “पहले बताओ तो सही।” उसने समझाया, “मैंने एक डबल रूम वाला कॉटेज तीन दिन के लिए बुक किया था, लेकिन मुझे कल सुबह निकलना है। अगर तुम चाहो, तो तुम लोग आज से ही वहाँ रुक सकते हो।” मैंने पूछा, “लेकिन आप तो कल सुबह जा रहे हैं?” उसने जवाब दिया, “हाँ, मुझे एक जरूरी काम आ गया है। अगर तुम मेरी मदद करो, तो तुम तीन दिन तक वहाँ मुफ्त में रुक सकते हो, और खाने-पीने का भी इंतजाम है।”

मैंने पूछा, “कैसी मदद?” उसने मुझे एक मैसेज दिखाया, जो एक एस्कॉर्ट कंपनी का था, और फिर दस हजार रुपये का एक ट्रांजैक्शन दिखाया। मैं हैरान था कि यह आदमी मुझे यह सब क्यों दिखा रहा है। फिर उसने एक सुंदर मॉडल की तस्वीर दिखाई और बोला, “मैंने तीन दिन के लिए इस एस्कॉर्ट की सर्विस बुक की है। मैं सालों से तलाकशुदा हूँ, और लगभग एक साल से सेक्स नहीं किया है।”

मैं चुपचाप उसे देखता रहा, अब भी समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या कहना चाहता है। उसने आगे कहा, “इस एस्कॉर्ट सर्विस के लिए मुझे कुल एक लाख रुपये देने हैं। अगर तुम लोग मेरी मदद कर दो, तो यह कॉटेज और एक लाख रुपये तुम रख सकते हो, बदले में तुम्हें मेरा एक काम करना होगा।” मैंने पूछा, “क्या काम?” उसने कहा, “तुम्हारी पत्नी बहुत हॉट है, और मुझे वह पसंद आ गई है। तुम भाग्यशाली हो।”

यह सुनकर मेरा खून खौल उठा, लेकिन साथ ही मैं सोच में पड़ गया। उसने आगे कहा, “अगर तुम उस एस्कॉर्ट की जगह अपनी पत्नी को कल सुबह तक मेरी पार्टनर बनने दो, तो मैं एक लाख रुपये और कॉटेज का बिल देकर चला जाऊँगा। बस आज शाम और एक रात की बात है।” मैं चुप रहा, और मेरे चेहरे पर अजीब सी भावना

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