अनकही मोहब्बत

संतोष के पिता बैंक में कार्यरत थे और उनका तबादला हर तीन साल में होता था। संतोष ने अपना बचपन भोपाल में बिताया था, क्योंकि उनके पिता का स्थानांतरण आसपास के ही शहरों में होता था, इसलिए परिवार को भोपाल में ही रहने दिया जाता था। जब संतोष बड़े हुए और अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी … Read more

जीवन का सच्चा सबक

एक समय की बात है, एक व्यक्ति जीवन के पथ पर भटक रहा था। वह अपने खोए हुए ‘खजाने’ की तलाश में एक पुराने, शांत घर में पहुँचा। घर की सूनी दीवारें और खाली कमरे उसकी अपनी आंतरिक खालीपन को दर्शाते थे। वह सब कुछ छोड़कर आया था, अपने रिश्ते, अपना अतीत। उसे लगा जैसे … Read more

दिव्या की दुविधा

भोपाल की दिव्या पढ़ाई में बहुत होशियार थी, लेकिन परिवार की मजबूरियों के कारण वह महानगरों में जाने का अपना सपना पूरा नहीं कर पाई। पिता ने लड़की होने की वजह से उसे भोपाल से बाहर नहीं जाने दिया, इसलिए उसने वहीं रहकर बी.एड. करना शुरू किया। इसी दौरान उसकी मुलाकात अमित से हुई, जो … Read more

पहाड़ी का अदृश्य संगीत

सिल्विआ सुबह से ही खुशी से झूम रही थी, भले ही नियति ने उसे लगातार संघर्षों से घेरा हुआ था। उसने मोर्टिमर से शादी की थी, और कभी-कभी जीवन की भयावहता के बीच भी खुशी के पल अनायास आ जाते थे। मोर्टिमर, प्रकृति के ईश्वर, ‘पैन’ के उपासक थे, और उनका मानना था कि उनकी … Read more

कमल का फूल: एक अमर प्रेम कहानी

किसी गाँव में एक नवयुवक रहता था, जो अपने छोटे भाई के साथ गरीबी में जीवन बिता रहा था। उसके माता-पिता नहीं थे, और वह थोड़ी सी ज़मीन पर खेती करके मुश्किल से गुज़ारा करता था। एक दिन, गाँव के ज़मींदार के खेतों में पानी देते हुए, उसकी नज़र एक कुएँ के पास खड़ी एक … Read more

संस्कृति का संगम

सतविंदर अपने कामों को जल्दी-जल्दी निपटा कर घर से निकलने ही वाला था कि केट ने पूछा, “अभी से?” सतविंदर जोश से भरा हुआ था क्योंकि उसके माता-पिता, बीजी और दारजी, पूरे 21 साल बाद लंदन आ रहे थे। एयरपोर्ट पहुँचने में दो घंटे लगने थे, इसलिए वह बेताब था। पास बैठे अनीटा और सुनीयल … Read more

एकतरफा प्यार का अनकहा अफ़साना

प्रिय रानी, जब मैंने तुम्हें मुहर्रम के दौरान पहली बार देखा, तो मुझे लगा जैसे मेरे दिल में कुछ ख़ास हुआ हो। पहली ही नज़र में तुम मुझे इतनी अच्छी लगीं कि मैं तुमसे बात करने के बहाने ढूंढने लगा। न कोई फ़ोन नंबर था, न पता, बस दोस्तों से तुम्हारा नाम और थोड़ी जानकारी … Read more

सस्सी-पुन्नू और मिर्ज़ा-साहिबा की अमर प्रेम कथाएँ

पंजाब की प्राचीन लोक कथाओं में सस्सी और पुन्नू की प्रेम कहानी बहुत प्रसिद्ध है। सस्सी एक हिन्दू राजा की पुत्री थी, जिसे एक मुस्लिम धोबी ने पाला था। भविष्यवाणियाँ कहती थीं कि वह बड़ी होकर असाधारण प्रेम में पड़ेगी। एक दिन सस्सी ने कुछ व्यापारियों के चित्र देखे, जिनमें से एक बलूचिस्तान के युवा … Read more

पहली पहेली

दिल्ली में रहने वाले केशव पर कम उम्र में ही परिवार की ज़िम्मेदारी आ गई थी। पिता के आकस्मिक निधन के बाद उन्होंने व्यवसाय की बागडोर संभाली। पूरी लगन और मेहनत से केशव ने अपने पिता द्वारा छोड़ी गई संपत्ति को दोगुना और फिर चौगुना कर दिया। पढ़ाई पूरी न कर पाने के बावजूद, उन्होंने … Read more

अनसुलझा रिश्ता

इंदौर निवासी संजीव ने अपनी इंटरमीडिएट की शिक्षा वहीं पूरी की, जिसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली चला गया। दिल्ली में अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, उसने एक कॉलेज में पढ़ाना शुरू किया और साथ ही अपना खुद का कोचिंग संस्थान भी चलाया। इससे उसकी अच्छी आय होने लगी और उसने … Read more