चार महीने पहले की बात है, जब मैं अपने ऑफिस के काम से बैंगलोर गया था। मेरा नाम विहान है और मैं नोएडा का रहने वाला हूँ। मेरी लंबाई पाँच फुट ग्यारह इंच है और जिम जाना मेरा सबसे बड़ा शौक है। मेरे बाइसेप्स और चेस्ट काफी मजबूत हैं, जिस पर मुझे गर्व है। आज मैं आपको एक ऐसी सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ जो मेरे जीवन की एक यादगार घटना बन गई। इस कहानी को सुनने से पहले आप अपना दिल थाम लें, क्योंकि यह रोमांच और भावनाओं से भरी हुई है। बैंगलोर की यात्रा ने मेरे जीवन में एक नया मोड़ ला दिया, जिसे मैं आज तक नहीं भूल पाया हूँ।बैंगलोर शहर अपनी खुली संस्कृति और मिलनसार लोगों के लिए जाना जाता है। यहाँ के लोग बहुत ही ओपन-माइंडेड हैं और आसानी से नए लोगों से घुल-मिल जाते हैं। उस दिन जब मैं ऑफिस से लौटकर होटल पहुँचा, तो मुझे बहुत भूख लगी थी। मैंने सोचा कि होटल के नीचे स्थित बार में चला जाऊँ और कुछ हल्का-फुल्का खा लूँ। बार का माहौल बहुत ही जीवंत था, जहाँ हॉलीवुड के ट्रांस म्यूज़िक की धुनें गूँज रही थीं। वहाँ कुछ जोड़े और कुछ अकेले लोग बार काउंटर पर बैठे हुए मस्ती में डूबे हुए थे। मैंने एक ठंडी बीयर ऑर्डर की और चिकन के स्टार्टर्स के साथ उसका आनंद लेने लगा। संगीत की लय और वातावरण की रोशनी ने मुझे एक अलग ही दुनिया में पहुँचा दिया था।तभी मैंने देखा कि एक लड़की अकेली बैठी हुई है, जो शायद अपने किसी दोस्त का इंतज़ार कर रही थी। वह मुझे देख रही थी, और मैंने महसूस किया कि उसकी नज़रें कुछ कह रही हैं। मैंने सोचा कि क्यों न उसे भी कुछ ऑफर किया जाए। मैंने अपने लिए ऑर्डर किए गए स्टार्टर्स में से एक प्लेट उसकी तरफ बढ़ाई। पहले तो उसने मना कर दिया, लेकिन फिर उसने एक चिकन का टुकड़ा ले लिया और बड़े चाव से खाने लगी। उसके चेहरे पर एक हल्की सी मुस्कान थी, जिससे लग रहा था कि वह इस छोटे से इशारे से खुश हो गई है। यह पल मेरे लिए बहुत खास था, क्योंकि इसने हमारे बीच एक जुड़ाव का आधार बनाया।उस लड़की का नाम नीलम था और वह करीब अट्ठाईस से पैंतीस साल की लग रही थी। उसका रंग साफ़ था और उसका शरीर बहुत ही सुडौल और आकर्षक था। उसकी आँखों में एक चमक थी, जो उसके आत्मविश्वास को दर्शाती थी। जब हमने हाथ मिलाया, तो मैंने महसूस किया कि उसके हाथ बहुत गर्म थे, जिससे मुझे उसके शरीर की गर्माहट का अंदाज़ा हो गया। मैंने उससे पूछा कि क्या वह किसी का इंतज़ार कर रही है, तो उसने बताया कि उसका ऑफिस का एक दोस्त आने वाला है, लेकिन ट्रैफिक की वजह से देर हो गई है। मैंने कहा कि चलो इस वक्त का सदुपयोग करते हैं और एक साथ बीयर पीते हैं। हमने ट्यूबॉर्ग बीयर ऑर्डर की और धीरे-धीरे बातचीत शुरू कर दी।बीयर पीते-पीते मुझे वॉशरूम जाने की ज़रूरत महसूस हुई। वॉशरूम का रास्ता एक अंधेरे गलियारे से होकर जाता था। जब मैं वापस आ रहा था, तो अचानक मेरी छाती किसी के सीने से टकरा गई। दरअसल, मैं और वह दोनों ही अपने-अपने फोन में व्यस्त थे और इसी कारण हमारी यह टक्कर हुई। हम दोनों ने एक साथ माफ़ी माँगी और एक-दूसरे की ओर मुस्कुरा दिए। तभी मैंने पहचाना कि यह तो वही लड़की है, जिससे मैं अभी-अभी मिला था। उसने उंगली से शू-शू का इशारा करते हुए कहा कि वह बस दो मिनट में आ रही है। मैं वहीं रुक गया, क्योंकि मैं चाहता था कि उसे साथ लेकर जाऊँ। कुछ मिनट बाद वह लौट आई और मुस्कुराते हुए बोली कि क्या मैं उसकी प्रतीक्षा कर रहा था। मैंने हाँ कहा और हम दोनों वापस बार की ओर चल पड़े।बार में अंधेरा था और हल्की-हल्की रोशनी ने वातावरण को और भी रोमांटिक बना दिया था। हम एक-दूसरे के बहुत करीब आ गए थे। मेरे डियो की खुशबू ने उसे मदहोश सा कर दिया था, और बीयर का असर भी दिखने लगा था। उसने अपने शरीर को ढीला छोड़ दिया और मेरे स्पर्श का आनंद लेने लगी। मैंने हल्के से उसके गले पर एक चुंबन दिया, जिससे वह और भी गर्म हो गई और उसने मुझे कसकर पकड़ लिया। हमने भीड़ और डीजे के संगीत का फायदा उठाते हुए एक लंबा चुंबन लिया। मैंने उसके होंठों का रस पिया और अपने दूसरे हाथ से उसके स्तनों को हल्के से दबाया। वह बोली कि यहाँ ऐसा नहीं कर सकते, तो मैंने उसके कान में फुसफुसाते हुए कहा कि चलो मेरे कमरे में चलते हैं, अगर उसके पास समय है।पहले तो उसने मना कर दिया और कहा कि यह ठीक नहीं है, क्योंकि उसका दोस्त आ सकता है। लेकिन जब उसने मेरा फाइव-स्टार होटल देखा और यह जाना कि मैं भी आईटी इंडस्ट्री में काम करता हूँ, तो उसका रवैया बदल गया। एक और बीयर पीने के बाद वह बोली कि वह थक गई है और उसे आराम की ज़रूरत है। उसने मुस्कुराते हुए कहा कि चलो कमरे में चलते हैं और थोड़ा पैर दबा देते हैं। मैं समझ गया कि उसका इशारा क्या है। हमने लिफ्ट ली और मेरे फ्लोर पर पहुँच गए। जैसे ही मैंने होटल का कमरा खोला, उसने फाइव-स्टार सुविधाएँ देखकर एक खुशनुमा मुस्कान बिखेर दी।कमरे के अंदर पहुँचते ही हम एक-दूसरे पर टूट पड़े। हमने गहरे चुंबन लिए और मैंने उसके स्तनों को दबाना शुरू कर दिया। मैंने उसका टॉप उतार दिया और उसे दीवार के सहारे खड़ा कर दिया। उसके पास हिलने-डुलने की जगह नहीं थी, लेकिन वह भी मेरे साथ पूरी तरह से सहयोग कर रही थी। मैंने उसकी ब्रा निकाल दी और उसके स्तन आज़ाद हो गए। मैंने उसके बाएँ स्तन को चूसना शुरू किया, जिससे उसे बहुत आनंद आ रहा था। दूसरे हाथ से मैंने उसकी योनि की ओर बढ़ते हुए महसूस किया कि वह पैंटी के ऊपर से ही गीली हो गई थी। यह स्पर्श बहुत ही मधुर और उत्तेजक था।वह भी मुझसे चिपककर मेरे लिंग के साथ खेल रही थी, जो काफी मोटा और उत्तेजित था। मैंने उसे उठाया और प्यार से बिस्तर पर लिटा दिया। उसने हँसते हुए कहा कि वह ऊपर आएगी। जैसे ही मेरा लिंग उसकी योनि में प्रवेश करने लगा, वह तड़प उठी और बोली कि थोड़ा आराम से चलो। वह आगे-पीछे हो रही थी और हम दोनों को जबरदस्त आनंद आ रहा था। मैं उसके दोनों स्तनों को अपने हाथों से दबा रहा था और उसके होंठों को चूस रहा था। उसकी योनि इतनी तंग और गीली थी कि हर धक्के में आनंद दोगुना हो रहा था। मेरे हाथ उसके निपल्स को हल्के से मसल रहे थे और वह सिसकारियाँ भर रही थी।थोड़ी देर बाद वह बोली कि वह orgasm के करीब है। मैंने उसे आश्वस्त किया कि चिंता न करें, क्योंकि मैंने कंडोम पहन रखा है। फिर हम दोनों एक साथ चरम आनंद में पहुँच गए और थककर एक-दूसरे से चिपक गए। मैं उसके नरम और गर्म शरीर को सहलाते हुए उसकी गर्दन पर हल्के-हल्के चुंबन देता रहा। वह भी मेरी छाती पर हाथ फेर रही थी। उसकी साँसें अभी भी तेज़ थीं और उसका शरीर हल्का-हल्का काँप रहा था। कुछ देर बाद वह बोली कि उसे जाना होगा, क्योंकि उसकी फ्लैटमेट्स उसका इंतज़ार कर रही होंगी। मैंने हाँ कहा और हमने एक आखिरी चुंबन लिया, गले लगाया और वह चली गई। हमने अपने नंबर एक-दूसरे को दिए और वादा किया कि जब भी मैं बैंगलोर आऊँगा, हम फिर मिलेंगे। उस रात की यादें आज भी मेरे दिल में ताज़ा हैं।