अनकहा प्यार

आदित्य दिल्ली के एक संस्थान में नेटवर्किंग की पढ़ाई कर रहा था। उसकी क्लास में सारे लड़के थे, सिवाय अंजलि के। अंजलि न सिर्फ़ खूबसूरत थी बल्कि पढ़ाई में भी तेज़ थी, जबकि आदित्य का पढ़ाई में मन कम लगता था, वह सिर्फ़ नंबर लाने के लिए पढ़ता था। आदित्य अपने दोस्तों, इंद्र और अशोक … Read more

रंगों से भरी मोहब्बत

रिया को हमेशा से कला और शांति पसंद थी। एक दिन, शहर की नई कला प्रदर्शनी में वह अपनी दुनिया में खोई हुई थी, जब उसकी नज़र एक जीवंत चित्र पर पड़ी। तभी एक खुशनुमा आवाज़ उसके पास से आई, “यह पेंटिंग कमाल की है, है ना?” यह रोहन था, जिसकी ऊर्जा रिया के शांत … Read more

किताबों से शुरू हुई मोहब्बत

आर्य और नेहा, दोनों किताबों के गहरे शौकीन थे। उनकी पहली मुलाकात शहर की पुरानी लाइब्रेरी में हुई, जहाँ धूल से सने शेल्फों के बीच वे अक्सर एक ही कोने में बैठते थे। एक दिन, नेहा की नज़र आर्य पर पड़ी, जब वह एक दुर्लभ कविता संग्रह को बड़े ध्यान से पढ़ रहा था। उसकी … Read more

दूरियों के पार प्यार

रोहन और प्रिया की मुलाकात एक शांत पुस्तकालय में हुई थी। दोनों ही किताबों के गहरे प्रेमी थे और अक्सर एक ही पुरानी शेल्फ के पास टकरा जाते। पहले कुछ शब्दों का आदान-प्रदान, फिर किताबों पर लंबी चर्चाएँ, और धीरे-धीरे उनकी बातचीत साहित्य से हटकर जीवन के गहरे पहलुओं तक पहुँचने लगी। हर मुलाकात एक … Read more

किताबों से दिल तक का सफर

रोहन को किताबों से बेपनाह मोहब्बत थी। एक दिन, शहर के साहित्यिक बुक क्लब में उसकी मुलाकात सिया से हुई। सिया की आंखों में भी किताबों के प्रति वही जूनून था जो रोहन में था, लेकिन उनकी पसंद बिल्कुल अलग थी। रोहन जहाँ क्लासिक उपन्यासों में खोया रहता था, वहीं सिया आधुनिक कविताओं की दीवानी … Read more

कला और प्यार का संगम

कॉलेज के कला उत्सव में रोहन, एक शांत और भावुक चित्रकार, की मुलाकात सिया से हुई, जो एक उत्साही फोटोग्राफर थी। रोहन अपनी दुनिया में खोया रहता था, रंगों और कैनवास में लीन। सिया की ऊर्जा ने पहले तो उसे थोड़ा चौंकाया, लेकिन उसकी मुस्कान और हर चीज़ में जुनून देखकर रोहन धीरे-धीरे उसकी ओर … Read more

एक बहस जो प्यार में बदल गई

नवीन दिल्ली की एक कंपनी में कार्यरत था। वह स्वभाव से शांत और अपने काम से काम रखने वाला व्यक्ति था। ऑफिस में वह किसी से ज़्यादा बात नहीं करता था, और न ही किसी से घुलता-मिलता था। उसका पूरा ध्यान सिर्फ़ अपने काम पर केंद्रित रहता था। एक दिन, जब नवीन अपने काम में … Read more

धैर्य और समझदारी की कहानी

चिंटू नाम का एक युवा और चंचल खरगोश था, जो हमेशा हर काम को जल्दी निपटाना चाहता था। उसे लगता था कि गति ही सफलता की कुंजी है। उसी जंगल में, एक बहुत ही अनुभवी और शांत स्वभाव का उल्लू, हुत, रहता था। हुत हर चीज को गहराई से देखता और समझता था। चिंटू अक्सर … Read more