कैक्टस का संदेश

हज़ारों अपने बैचलर अपार्टमेंट में उदास खड़ा था, सामने टेबल पर रखे एक लाल जार में हरे कैक्टस के पौधे को निहार रहा था। उसकी आँखें बीते लम्हों की समीक्षा कर रही थीं, जब उसने अपनी प्रेयसी को खो दिया था। उसके मित्र, जो उसके बगल में बैठा था, उसकी खामोशी और अकेलेपन को महसूस … Read more

बुद्धिमती वृद्धा और चिड़िया

गाँव के बाहरी इलाके में एक ऐसी बूढ़ी औरत रहती थी जो आँखों से अंधी थी, पर उसकी बुद्धि बेहद प्रखर थी। उसकी अक्लमंदी की चर्चा पूरे इलाके में थी। लोग उसकी बुद्धिमत्ता की कहानियाँ सुनाया करते थे। वह अपने छोटे से घर में अकेली रहती थी और अपनी सूझबूझ के लिए जानी जाती थी। … Read more

जीवन का सबसे बड़ा पाठ

एक शांत बगीचे में, एक बुजुर्ग व्यक्ति बेंच पर गुमसुम बैठा था। उसके चेहरे पर जीवन भर के अनुभवों की गहरी लकीरें थीं, और आँखों में कुछ पुरानी उदासी झलक रही थी। खेलते हुए कुछ बच्चे उसे देख रहे थे। उनकी मासूमियत ने उन्हें पास खींच लिया। एक छोटी बच्ची ने साहस करके पूछा, “दादाजी, … Read more

अपनी समस्या सबसे छोटी

प्राचीन काल में एक शांत गाँव में एक ज्ञानी संत निवास करते थे। उनकी बुद्धिमत्ता और समस्याओं को सुलझाने की क्षमता दूर-दूर तक प्रसिद्ध थी। गाँव के लोग अपनी हर परेशानी लेकर उनके पास आते और संत उन्हें सही मार्गदर्शन देते। धीरे-धीरे उनकी ख्याति इतनी बढ़ गई कि हर ओर से लोग अपनी दुविधाएँ लेकर … Read more

गुरु का अनोखा चुनाव

प्राचीन काल में एक महान गुरु थे जिनके पास अनेक शिष्य शिक्षा ग्रहण करते थे। सभी शिष्य गुरुजी का सम्मान करते और उनके उपदेशों का पालन करते थे, परंतु उनमें से एक शिष्य ऐसा था जो शराब पीने का आदि था। वह न तो गुरुजी की बातों पर ध्यान देता था और न ही नियमों … Read more

सच्ची पदवी

एक बार की बात है, एक उच्च अधिकारी अपने बेटे के साथ एक फाइव स्टार होटल से वापस आ रहे थे। रास्ते में उन्होंने सीट बेल्ट नहीं लगाया था, जिस पर एक हवलदार ने उनकी गाड़ी रोक ली और चालान बनाने लगा। अधिकारी अपने पद का रौब झाड़ने लगे और हवलदार को धमकाया। मजबूर होकर … Read more

सच्ची मदद

एक बार की बात है, एक चिड़िया ने अपने घोंसले में प्यारे बच्चों को जन्म दिया। वे बहुत छोटे थे और उन्हें अभी ठीक से उड़ना नहीं आता था। एक दिन, उनमें से एक बच्चा धीरे-धीरे घोंसले से दूर उड़ गया। शाम होते-होते, जब वह अपने घर नहीं पहुँचा, तो उसका परिवार चिंतित हो उठा, … Read more

पिपलाद और शनि का विधान

महर्षि दधीचि के बलिदान के उपरांत उनकी पत्नी पति वियोग सहन न कर सकीं। अपने तीन वर्षीय पुत्र को एक विशाल पीपल वृक्ष के खोखले तने में छोड़कर वे सती हो गईं। बालक भूख-प्यास से तड़पकर रोने लगा। जब भूख असहनीय हो गई, तो वह कोटर में गिरे हुए पीपल के फलों को खाकर अपना … Read more

अभिमान का पत्थर और ज्ञान की विडंबना

सड़क पर पड़े पत्थरों के बीच से एक पत्थर ने स्वयं को स्वतंत्र घोषित किया। “मैं भला क्यों दूसरों के साथ बंधा रहूं? मैं भी तो अपनी राह बना सकता हूँ!” उसने सोचा। तभी एक लड़का आया और उसे उठा लिया। पत्थर गर्व से भर उठा, “मैं चलना चाहता था, और देखो, मैं चल रहा … Read more

चंदन का वन और नादान लकड़हारा

एक समय की बात है, एक राजा शिकार करने जंगल गए। उनकी नज़र एक हिरन पर पड़ी और उनका घोड़ा उसके पीछे दौड़ने लगा। अचानक हिरन झाड़ियों के पीछे गायब हो गया। सूर्य अस्त हो रहा था और राजा अपने महल से मीलों दूर आ चुके थे। रात में जंगल के हिंसक जीवों का खतरा … Read more